आणंदजी कल्याणजी पेढी
भारत भर में श्वेतांबर मूर्तिपूजक जैन संघों का प्रतिनिधित्व करने वाली शालीन संस्था !
इस पेढी का कार्यक्षेत्र मुख्य रूप से जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक जैन संघ के पवित्र तीर्थस्थलों और जिनमंदिरों, जिनबिम्बों आदि को संरक्षित करना और उनसे संबंधित अधिकारों को सुरक्षित रखना है…
जय जिनेंद्र।
सेठ आणंदजी कल्याणजी पेढी ने नई संशोधित वेब साइट के शुभारंभ पर प्रसन्नता व्यक्त करती है। अब से आप पेढी द्वारा प्रबंधित मंदिरों के विषय में जानकारी पेढी की वेबसाइट – www.anandjikalyanjipedhi.org से प्राप्त कर सकते हैं।
विशेष रूप से अब आप पेढी की उक्त वेब-साइट के माध्यम से घी बोली बकाया की राशि, दान एवं स्वर्ण महोत्सव अवसर के अवसर पर साधारण निधि योजना के रूप में दी जाने वाली राशि (रु. 5400) बहुत आसानी से ऑनलाइन जमा करवा सकते है।
हमें पूरा विश्वास है कि आपश्री के सहयोग से और इस संशोधित वेब साइट के माध्यम से समस्त जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक जैन समाज को जोड़ने में अभूतपूर्व सहयोग मिलेगा।
प्रणाम।
सुविचार
अन्य क्षेत्रे कृतं पापं
तीर्थ क्षेत्रे विनश्यति,
तीर्थक्षेत्रे कृतं पापं
वज्रलेपो भविष्यति.
संसार में किए हुए पाप तीर्थ स्थलों पर जाने से नष्ट हो जाते हैं, लेकिन यदि तीर्थ स्थलों पर जाकर पाप करते हैं, तो वे वज्रलेप यानी सख्त हो जाएंगे… वे कुछ ऐसे बन जाएंगे, जिन्हें भोगना ही पड़ेगा। इसलिए तीर्थो में जाने से पहले ‘ वहां जाकर आप क्या करेंगे और क्या नहीं करेंगे ’ इसकी मार्गदर्शिका – गाइडइन तय करे ।